आपके जीवन में सब कुछ सही चल रहा है जैसा सोचा गया था बिल्कुल वैसा ही. फिर तभी कुछ ऐसा मोड़ आता है जिसकी हमने कल्पना भी नहीं की होती है और उसके बाद सब कुछ उथल-पुथल हो जाता है. सवि शर्मा की किताब EVERYONE HAS A STORY -2 में भी इनके किरदारों के साथ ऐसा ही कुछ होता है. इसमें चार मुख्य पात्र हैं; मीरा, विवान, निशा और कबीर. सब अपनी-अपनी जिंदगियों में खुश हैं और आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन तभी चारों दुःख और परेशानियों के भँवर में ऐसे फंसते है जिससे उनकी जिंदगी, उनके सपने सब कुछ बिखर जाते हैं. आगे कुछ मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई देती. सब कुछ अचानक से ही बदल जाता है.
कबीर के कैफ़े में आग लग जाती है और वो जल जाता है. इसके बाद कबीर और उसकी पत्नी निशा को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. एक तरफ कबीर के बाहरी जलने के घाव हैं तो वहीं दूसरी तरफ उसके अन्दर के घाव, जहाँ उसने अपना सब कुछ खो दिया है. उधर विवान अपनी नई कंपनी के पहले ही ट्रिप पर ड्रग्स रखने के झूठे आरोप में फँस जाता है और इसके चलते मीरा को भी अपने पब्लिशर्स से हाथ धोना पड़ता है. लेकिन इन चारों ने अभी हार नहीं मानी है, वे लड़ते हैं, एक दुसरे की मदद करते हैं और अंत में उठ खड़े होते हैं.
इस किताब के पहले भाग की ही तरह इसमें भी सवि ने दोस्ती, प्रेम और आत्मविश्वास जैसे शब्दों को बखूबी अपनी कहानी के माध्यम से उकेरा है और इसके सही मायनों को बताया है. वैसे तो ये कहानी इन्ही चारों किरदारों के आस-पास घुमती है, लेकिन इन सबसे इतर यहाँ पर नियति (FATE) भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इस पूरी कहानी में एक किरदार के रूप में सामने आती है. इस कहानी में ठोकर खा कर गिर जाने, कुछ ना कर पाने की निराशा है तो वहीँ fate(नियति) के आगे हार ना मानकर आगे बढ़ते रहने का हौसला भी है. सवि शर्मा की ये किताब हमें हर मायने में प्रेरित करती है.